Filing of multiple FIR

S. 498A IPC  Supreme Court imposed a fine of Rs 5 lakh on the wife's father for filing false cases at different places to harass the husband

Case Title: Parteek Bansal vs State of Rajasthan & Others 2024

Case Number: Special Leave Petition (Criminal) No. 2520 of 2017

A division bench of Justices Vikram Nath and Prashant Kumar Mishra said,

We thus condemn this practice of misuse of state machinery for ulterior motives and to harass the other party (husband). We are therefore inclined to impose a cost on respondent no. 2 (wife's father) to compensate the appellant (husband).

Out of the fine of Rs 5 lakh, the court directed that Rs 2.5 lakh shall be given to the appellant (husband) and the rest shall be deposited in the account of the Supreme Court Legal Services Committee.

 

एस. 498ए आईपीसी | पति को परेशान करने के लिए अलग- अलग जगहों पर झूठे मामले दर्ज कराने पर सुप्रीम कोर्ट ने पत्नी के पिता पर 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया

मामले का शीर्षक: पार्तीक बंसल बनाम राजस्थान राज्य और अन्य 2024

मामला संख्याः विशेष अनुमति याचिका (आपराधिक) नंबर 2520 का 2017

जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा की खंडपीठ ने कहा,

"इस प्रकार हम गुप्त उद्देश्यों के लिए और दूसरे पक्ष (पति) को परेशान करने के लिए राज्य मशीनरी के दुरुपयोग की इस प्रथा की निंदा करते हैं। इसलिए हम अपीलकर्ता (पति) को मुआवजा देने के लिए प्रतिवादी नंबर 2 (पत्नी के पिता) पर जुर्माना लगाने के लिए इच्छुक हैं।"

5 लाख के जुर्माना में से अदालत ने निर्देश दिया कि 2.5 लाख रुपये अपीलकर्ता (पति) को दिए जाएंगे और बाकी रकम सुप्रीम कोर्ट कानूनी सेवा समिति के खाते में जमा की जाएगी।