आईपीसी की धारा 498-ए के तहत दोषसिद्धि को आईपीसी की धारा 304-बी के तहत बरी किए जाने के बावजूद बरकरार रखा जा सकता है: सुप्रीम कोर्ट
आईपीसी की धारा 498-ए के तहत दोषसिद्धि को आईपीसी की धारा 304-बी के तहत बरी किए जाने के बावजूद बरकरार रखा जा सकता है: सुप्रीम कोर्ट
Case Title: Parana Gowda vs. State of Karnataka